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Walter Ledig, Ferdinand Ulbricht: Die Sekundär-Eisenbahnen des Königreichs Sachsen |
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Verbrauch im Jahre 1884 | Normalspurige Bahnen | Schmalspurige Bahnen | Durchschnittsergebnisse der Gesammtheit der Staatsbahnen | ||||
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Pirna- Berggiesshübel |
Johanngst.- Schwarzenberg |
Wilkau- Saupersdorf |
Hainsberg- Kipsdorf | ||||
durch die Lokomotiven: | |||||||
Feuerungsmaterial: | |||||||
Holz zur Anfeuerung | überhaupt | cbm | 3,00 | 3,80 | 9,45 | 12,66 | – |
pro Lokomotivkilometer | " | 0,000075 | 0,000075 | 0,000277 | 0,000192 | 0,000100 | |
" Lokomotiv- u. Rangirkilom. | " | 0,000061 | 0,000059 | 0,000227 | 0,000184 | 0,000072 | |
" Nutzkilometer | " | 0,000079 | 0,000075 | 0,000278 | 0,000195 | 0,000105 | |
Steinkohlen | überhaupt | t | 279,05[1] | 416,35 | 219,75 | 441,55 | – |
pro Lokomotivkilometer | kg | 6,993 | 8,183 | 6,432 | 6,713 | 11,429 | |
" Lokomotiv- und Rangirkilometer | " | 5,673 | 6,494 | 5,282 | 6,422 | 8,259 | |
" Nutzkilometer | " | 7,308 | 8,226 | 6,462 | 6,803 | 11,990 | |
" Wagenachskilometer | " | 0,469 | 0,860 | 0,334 | 0,363 | 0,320 | |
Brennmaterialienkosten | überhaupt | ℳ | 2 579,32 | 3 852,40 | 2 054,56 | 4 108,51 | – |
pro Lokomotivkilometer | ₰ | 6,464 | 7,572 | 6,014 | 6,247 | 10,464 | |
" Lokomotiv- u. Rangirkilometer | " | 5,243 | 6,008 | 4,938 | 5,975 | 7,562 | |
" Nutzkilometer | " | 6,755 | 7,612 | 6,042 | 6,330 | 10,978 | |
" Wagenachskilometer | " | 0,4334 | 0,7959 | 0,3125 | 0,3379 | 0,3015 | |
Durchschnittspreis | pro Kubikmeter Holz | ℳ | 2,87 | 2,85 | 2,86 | 2,86 | 2,85 |
" Tonne Steinkohlen | " | 9,22 | 9,23 | 9,23 | 9,22 | 9,21 | |
" " Braunkohlen | " | 4,94 | – | – | – | 4,92 | |
" " Kohlen, red. auf Steink. | " | 9,21 | 9,23 | 9,23 | 9,22 | 9,13 | |
Schmiermaterial: | |||||||
Material | überhaupt | kg | 578,69 | 873,75 | 224,15 | 1 187,00 | – |
pro Lokomotivkilometer | " | 0,0145 | 0,0172 | 0,0066 | 0,0180 | 0,0159 | |
" Lokomotiv- und Rangirkilometer | " | 0,0118 | 0,0136 | 0,0054 | 0,0173 | 0,0115 | |
" Nutzkilometer | " | 0,0152 | 0,0173 | 0,0066 | 0,0183 | 0,0167 | |
" Wagenachskilometer | " | 0,000972 | 0,001805 | 0,000341 | 0,000976 | 0,000457 | |
Geldwerth | überhaupt | ℳ | 273,71 | 412,55 | 96,15 | 373,78 | – |
pro Lokomotivkilometer | ₰ | 0,686 | 0,811 | 0,281 | 0,568 | 0,704 | |
" Lokomotiv- und Rangirkilometer | " | 0,556 | 0,643 | 0,231 | 0,544 | 0,509 | |
" Nutzkilometer | " | 0,717 | 0,815 | 0,283 | 0,576 | 0,739 | |
" Wagenachskilometer | " | 0,0460 | 0,0852 | 0,0146 | 0,0307 | 0,0203 | |
durch die Wagen: | |||||||
Schmiermaterial | überhaupt | kg | 135,02 | 109,80 | 118,45 | 582,00 | – |
pro Wagenachskilometer | " | 0,000227 | 0,000227 | 0,000180 | 0,000479 | 0,000227 | |
Geldwerth | überhaupt | ℳ | 41,29 | 33,43 | 35,66 | 181,40 | – |
pro Wagenachskilometer | ₰ | 0,00694 | 0,00691 | 0,00542 | 0,01492 | 0,00625 | |
durch die Züge: | |||||||
Beleuchtungskosten | überhaupt | ℳ | 147,11 | 191,78 | 123,76 | 193,73 | – |
pro Zugkilometer | ₰ | 0,385 | 0,379 | 0,364 | 0,299 | 0,648 | |
Heizungskosten | überhaupt | ℳ | 155,10 | 170,69 | –[2] | 144,55 | – |
pro Personenwagen-Achskilometer | ₰ | 0,0686 | 0,0878 | – | 0,0229 | 0,0150 |
Unterhaltungskosten im Jahre 1884 | Normalspurige Bahnen | Schmalspurige Bahnen | Durchschnittsergebnisse der Gesammtheit der Staatsbahnen | ||||
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Pirna- Berggiesshübel |
Johanngst.- Schwarzenberg |
Wilkau- Saupersdorf |
Hainsberg- Kipsdorf | ||||
der Lokomotiven | ℳ | 1 172,56 | 4 306,81 | 2 001,79 | 5 082,36 | – | |
Durchschnittlich pro | Lokomotive | " | 586,28 | 2 153,41 | 1 000,90 | 1 694,12 | 2 620,30 |
Lokomotivkilometer | ₰ | 2,939 | 8,465 | 5,860 | 7,727 | 10,952 | |
Lokomotiv- und Rangirkilometer | " | 2,384 | 6,717 | 4,812 | 7,391 | 7,920 | |
Nutzkilometer | " | 3,071 | 8,509 | 5,886 | 7,831 | 11,496 | |
Wagenachskilometer | " | 0,1970 | 0,8898 | 0,3044 | 0,4180 | 0,3150 | |
der Personenwagen | ℳ | 1 414,23 | 704,84 | 696,58 | 1 197,42 | – | |
Durchschnittlich pro | Personenwagenachse | " | 117,85 | 117,47 | 43,54 | 23,95 | 144,47 |
Platz | " | 4,68 | 4,38 | 4,10 | 2,31 | 7,97 | |
Personen-Wagenachskilometer | ₰ | 0,6254 | 0,3627 | 0,2241 | 0,1818 | 0,4917 | |
der Güterwagen | ℳ | 769,23[3] | 603,76[3] | 1 573,10 | 2 213,29 | – | |
Durchschnittlich pro | Güterwagenachse | " | – | – | 16,80 | 16,77 | 31,06 |
5 t Tragfähigkeit | " | – | – | 34,33 | 33,53 | 36,59 | |
Güter-Wagenachskilometer | ₰ | 0,2084 | 0,2084 | 0,4555 | 0,3971 | 0,2704 |
e) Die Lastenbewegung im Jahre 1884.
Ein wichtiges Ergebniss im Eisenbahnbetriebe bildet die Zusammenwirkung der sogenannten todten Last mit der Nutzlast. Hierüber werden in folgendem einige Nachweise gegeben.
Empfohlene Zitierweise:
Walter Ledig, Ferdinand Ulbricht: Die Sekundär-Eisenbahnen des Königreichs Sachsen. Druck von H. S. Hermann, Berlin 1886, Seite 21. Digitale Volltext-Ausgabe bei Wikisource, URL: https://de.wikisource.org/w/index.php?title=Seite:Die_Sekund%C3%A4r-Eisenbahnen_des_K%C3%B6nigreichs_Sachsen.pdf/46&oldid=- (Version vom 18.3.2025)
Walter Ledig, Ferdinand Ulbricht: Die Sekundär-Eisenbahnen des Königreichs Sachsen. Druck von H. S. Hermann, Berlin 1886, Seite 21. Digitale Volltext-Ausgabe bei Wikisource, URL: https://de.wikisource.org/w/index.php?title=Seite:Die_Sekund%C3%A4r-Eisenbahnen_des_K%C3%B6nigreichs_Sachsen.pdf/46&oldid=- (Version vom 18.3.2025)